Friday, January 30, 2009

अँधेरी रात में दीपक जलाए कौन बैठा है

प्रलय की रात में सोचे

प्रणय की बात क्या कोई,

मगर पड़ प्रेम बंधन में

समझ किसने नहीं खोई,

किसी के पथ में पलकें बिछाए कौन बैठा है?

अँधेरी रात में दीपक जलाए कौन बैठा है?

-बच्चन

1 comment:

  1. signifies one of the virtues of love that is loving without expectation and any regard.no matter it is returned in the same coin or not. Chhupa lo dil me yun pyar mera ki jaise madnir me lo diye ki..... very rare but very true

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