अज्ज दिन चढ़या तेरे रंग वर्गा,
फूल सा है खिला आज दिन;
रब्बा मेरे दिन ये ना ढले,
वो जो मुझे ख्वाब में मिले,
उसे तू लगा दे अब गले,
तेनु दिल दा वास्ता;
रब्बा आया दर दे यार दे,
सारा जहाँ छोड़ छाड़ के,
मेरे सपने संवार दे,
तेन्नु दिल दा वास्ता;
बख्शा गुनाहों को सुन के दुआओं को,
रब्बा प्यार है तूने सब को ही दे दिया,
मेरी भी आहों को सुन ले दुआओं को,
मुझको वो दिला मैंने जिसको है दिल दिया,
आसमान पे आसमान उसको दे इतना बता;
वो जो मुझे देख के हँसे,
पाना चाहूँ रात दिन जिसे,
रब्बा मेरे नाम कर उसे,
तेन्नु दिल दा वास्ता
माँगा जो मेरा है जाता क्या तेरा है,
मैंने कौन सी तुझसे जन्नत माँग ली,
कैसा खुदा है तू बस नाम का है तू,
रब्बा जो तेरी इतनी सी भी ना चली,
चाहिए जो मुझे कर दे तू मुझको अदा,
जीती रहे सल्तनत तेरी,
जीती रहे आशिकी मेरी,
दे दे मुझे ज़िन्दगी मेरी,
तेन्नु दिल दा वास्ता;
xxxxxxxxxxx
Movie- Love Aaj Kal
Lyrics- Irshad Kamil and
Shiv Kumart Batalvi (initial two lines)
फूल सा है खिला आज दिन;
रब्बा मेरे दिन ये ना ढले,
वो जो मुझे ख्वाब में मिले,
उसे तू लगा दे अब गले,
तेनु दिल दा वास्ता;
रब्बा आया दर दे यार दे,
सारा जहाँ छोड़ छाड़ के,
मेरे सपने संवार दे,
तेन्नु दिल दा वास्ता;
बख्शा गुनाहों को सुन के दुआओं को,
रब्बा प्यार है तूने सब को ही दे दिया,
मेरी भी आहों को सुन ले दुआओं को,
मुझको वो दिला मैंने जिसको है दिल दिया,
आसमान पे आसमान उसको दे इतना बता;
वो जो मुझे देख के हँसे,
पाना चाहूँ रात दिन जिसे,
रब्बा मेरे नाम कर उसे,
तेन्नु दिल दा वास्ता
माँगा जो मेरा है जाता क्या तेरा है,
मैंने कौन सी तुझसे जन्नत माँग ली,
कैसा खुदा है तू बस नाम का है तू,
रब्बा जो तेरी इतनी सी भी ना चली,
चाहिए जो मुझे कर दे तू मुझको अदा,
जीती रहे सल्तनत तेरी,
जीती रहे आशिकी मेरी,
दे दे मुझे ज़िन्दगी मेरी,
तेन्नु दिल दा वास्ता;
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Movie- Love Aaj Kal
Lyrics- Irshad Kamil and
Shiv Kumart Batalvi (initial two lines)
Singer- Rahat Fateh Ali Khan
Music Composer- Pritam
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Kudos to the team.amazing lyrics and composition and that soulful voice. sad ke jaawaan!
Likhne wale ne dil kagaz par utaar diya hai!
Music Composer- Pritam
xxxxxxxxxxxx
Kudos to the team.amazing lyrics and composition and that soulful voice. sad ke jaawaan!
Likhne wale ne dil kagaz par utaar diya hai!
kaash mere liye likha gaya hota.... khair mai is laayak nahi.... sirf isliye kyoki mai kehta nahi.................
ReplyDelete12 nov 2009, 4:00 pm, poorva express, new delhi.... Yahi Gazal Yaad Aaya :-(
ReplyDelete-----------------------------------
फासले ऐसे भी होंगे...
ये कभी सोचा न था...
सामने बैठा था वो मेरे...
और वो मेरा न था....
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वो कि खुशबु कि तरह....
फैला था मेरे चारसू....
मै उसे महसूस कर सकता था....
छू सकता न था....
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रात-भर पिछली ही आहट.....
कान में आती रही....
झांककर देखा गली में..
कोई भी आया न था..
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याद करके और भी...
तकलीफ होती थी अदीन...
भूल जाने के सिवा...
अब कोई चारा न था...
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